Transcription vidéo
अख बहुत ज़्यादा भुगगई शादी से आकर
बर्वी भी बहुत हो रही है
अरे अरे कैसे रही शादी
फीट रही तुम्हें पपड़े के उतार रही है न
न उठारने हो रही है न इससे फीट हो रही है
अख बहुत ज़्यादा भुगगई शादी से आकर
बर्वी भी बहुत हो रही है
अरे अरे कैसे रही शादी
फीट रही तुम्हें पपड़े के उतार रही है न
न उठारने हो रही है न इससे फीट हो रही है